सामना संवाददाता / मुंबई
कल बुधवार की शाम मतदान समाप्त हो गया। इसके बाद एग्जिट पोल का सिलसिला शुरू हो गया। अलग-अलग टीवी चैनलों पर अलग-अलग आंकड़े बताए जा रहे थे। मगर इस बीच चित्रकूट धाम से महाविकास आघाड़ी की विजय का संकेत आया है। परसों शनिवार को मतगणना होनी है और इसके अनुसार उस दिन महायुति की हालत ‘साढ़े साती’ जैसी होगी, जबकि ग्रह-नक्षत्र आघाड़ी के साथ होंगे और करीब १६० सीटों पर विजय के साथ महाविकास आघाड़ी की सरकार बनेगी।
चित्रकूट धाम के आचार्य राजेश महाराज ने ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर आघाड़ी सरकार की वापसी की घोषणा की है। आचार्य के अनुसार, २३ नवंबर को रिजल्ट के दिन जो स्थिति बन रही है वह आघाड़ी के फेवर की बन रही है। इसके अनुसार, बहुमत से १५ सीटों का प्लस-माइनस हो सकता है मगर फाइट काफी टफ रहेगी। आचार्य बताते हैं कि शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने २९ जून २०२२ को जब सीएम पद से इस्तीफा दिया था, तब ‘आद्रा’ नक्षत्र (अमावस्या) था। इसके बाद ३० जून २०२२ को जब एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की शपथ ली थी तब ‘पुनर्वसु’ नक्षत्र था। कल २० नवंबर को जब मतदान हुआ तो ‘पुनर्वसु’ नक्षत्र था। जब सेम नक्षत्र रिपीट होता है तो वह पदच्युत करता है। ऐसे में शिंदे दोबारा सीएम नहीं बन पाएंगे। इसी तरह देवेंद्र फडणवीस भाजपा के चेहरे हैं। अब उनकी स्थिति देखिए। २३ नवंबर २०२४ को ‘मघा’ नक्षत्र और सिंह राशि है। फडणवीस ने जब २३ नवंबर २०१९ को सीएम पद की शपथ ली थी तो कन्या राशि व ‘आद्रा’ नक्षत्र था और उनकी कुर्सी तुरंत चली गई थी। उसी नक्षत्र का फिर से योग है, जो उनके राजयोग को भंग कर रहा है। आचार्य राजेश महाराज बताते हैं कि प्रश्न कुंडली के आधार पर चंद्र गुरु का श्रेष्ठ योग महाविकास आघाड़ी के लिए २३ नवंबर को बढ़त बनानेवाला होगा। ऐसे में आघाड़ी को न्यूनतम १४७ से १६० उम्मीदवार जीतने में सफल होंगे। दूसरी तरफ महायुति को ११८ से १२८ सीटों पर संतोष करना पड़ेगा। ऐसे में भाजपा को विपक्ष की भूमिका निभानी पड़ सकती है।