सामना सवांददाता / कल्याण
डोंबिवली महानगरपालिका के कल्याण-पूर्व स्थित शक्ति धाम प्रसूति गृह में गर्भपात और परिवार नियोजन की सर्जरी के लिए भर्ती हुई शांतीदेवी अखिलेश मौर्य (30) की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
शांतिदेवी, जो खडेगोलवली क्षेत्र में रहती थीं, दो महीने की गर्भवती थीं और पहले से तीन बच्चों की मां थीं। 4 अप्रैल को गर्भपात और परिवार नियोजन की सर्जरी के लिए शक्ति धाम प्रसूति गृह में उन्हें भर्ती कराया गया था। सर्जरी से पहले ही उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें इंजेक्शन दिया गया। स्थिति गंभीर होने पर उन्हें निजी अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। महिला के पति अखिलेश मौर्य ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पत्नी को पहले से पथरी की समस्या थी और वह गुटखा भी खाती थीं। डॉक्टरों से जवाब मांगने पर उन्होंने मौत का कारण गुटखा सेवन बताया, जिसे पति ने नकारते हुए डॉक्टरों को जिम्मेदार ठहराया।
डॉ. गणेश डोईफोडे ने बताया कि शांतिदेवी को 4 तारीख को भर्ती किया गया था। उनकी सर्जरी के लिए खून की कमी को पूरा करने के लिए खून चढ़ाया गया। सर्जरी के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई और इंजेक्शन देने के बाद उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए महानगरपालिका के रुक्मिणीबाई अस्पताल भेजा गया है। हालांकि, महिला के पति ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का विरोध किया है। इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है और मृतक के परिजनों ने न्याय की मांग की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।