सामना संवाददाता / मुंबई
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) पार्टी की महिला अध्यक्ष रोहिणी खडसे ने कहा कि राज्य सरकार को राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं में भारी बढ़ोतरी हुई है। हाल ही में एक सर्वे किया गया, जिसमें बताया गया कि भारत एशिया में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देशों में से एक है। भारत का इस सूची में आना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पुलिस का अपराधियों में कोई खौफ नहीं है। अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है इसीलिए आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। महिला सुरक्षा को लेकर सरकार उदासीन है।
रोहिणी खडसे से उनकी भतीजी से छेड़छाड़ मामले की जांच के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि घटना को १० दिन बीत चुके है। हालांकि, इस मामले में तीन आरोपी अब भी फरार हैं। सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर इन आरोपियों को किसका समर्थन प्राप्त है। हमें यह पता लगाना होगा कि वास्तव में उनके पीछे कौन है। वे इतने लंबे समय तक फरार रहने में इसलिए सफल रहे क्योंकि उन्हें किसी का समर्थन मिल रहा था।
रोहिणी खडसे ने कहा कि अगर एक केंद्रीय मंत्री के घर की बेटियां सुरक्षित नहीं हैं तो महाराष्ट्र में आम माताओं-बहनों की सुरक्षा के बारे में क्या कहा जाएगा। इतनी बड़ी घटना के बाद भी आरोपी अभी तक फरार है। मेरी मांग है कि सरकार एक कानून बनाए चाहे वह मेरी बेटी हो, आपकी या किसी और की बेटी हो, उसकी सुरक्षा होनी चाहिए और यह सरकार की जिम्मेदारी है।