विश्व चाय दिवस

चाय मिलने का एक बहाना है
मुझे तो साथ तेरे आना है
चाय की भीनी-भीनी खुशबू में
तेरी यादों को यूं लुटाना है
जो निकलता है वो सर्पिल सा धुंआ
तेरी सूरत वहां बनाना है
साथ कुछ और नमक हो या ना हो
तू है तो साथ ये जमाना है।

-डॉ कनक लता तिवारी

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