मुख्यपृष्ठअपराधवर्ली पुलिस ने 3 साल की अपहृत बच्ची को कुछ ही घंटों...

वर्ली पुलिस ने 3 साल की अपहृत बच्ची को कुछ ही घंटों में किया बरामद!

राजेश जायसवाल / मुंबई

वर्ली पुलिस ने कुछ ही घंटों के भीतर एक तीन साल की बच्ची के अपहरण की गुत्थी सुलझाते हुए अपहृत लड़की को उसके माता-पिता से मिला दिया। घटना २९ जनवरी को हुई, जब बच्ची अपने घर के बाहर बरामदे में खेल रही थी, तभी एक अज्ञात महिला चॉकलेट देने के बहाने उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गई। बच्ची की मां पूनम विनोद कुमार गुगा ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी दोपहर करीब साढ़े बारह बजे बाहर खेल रही थी और अचानक से गायब हो गई। कुछ ही समय बाद एक स्थानीय महिला ने एक अपरिचित महिला को बच्ची को प्रेमनगर की ओर ले जाते हुए देखने की सूचना दी। परिवार ने तुरंत इलाके में खोजबीन शुरू की, लेकिन बच्ची का कहीं पता नहीं चल सका, जिसके बाद उन्हें मदद के लिए पुलिस से संपर्क करना पड़ा।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आईपीसी की धारा १३०(२) के तहत मामला दर्ज किया और पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर और विशेष आयुक्त देवेन भारती सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में गहन जांच शुरू कर दी गई थी। बच्ची की तलाशी के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गईं। इलाके के सीसीटीवी फुटेज से दोपहर करीब १२.४९ बजे प्रेमनगर के पास संदिग्ध और अपहृत बच्ची का पता चला। इसके लिए पुलिस ने जनता से भी मदद मांगी और सीसीटीवी फुटेज को व्हॉट्सएप समूहों और स्थानीय समुदायों में प्रसारित किया। स्थानीय निवासियों की सहायता से प्रेमनगर की घनी आबादी वाली झुग्गी बस्ती में तलाशी अभियान चलाया गया। रात आठ बजे तक संदिग्ध की पहचान दीपाली बब्लू दास (४०) के रूप में हुई, जो अपहृत बच्ची के साथ प्रेमनगर के एक घर में थी। मूलरूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाले वाली महिला आरोपी घरेलू सहायक के रूप में काम करती है।
वर्ली के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रवींद्र काटकर और एक समर्पित टीम के नेतृत्व में बच्ची को सुरक्षित बचा लिया गया और उसके माता-पिता से मिला दिया गया। इस गंभीर मामले को कुछ ही घंटों में सुलझाने और बच्ची की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की त्वरित कार्रवाई और प्रभावी टीम वर्क की सराहना की जा रही है।

अन्य समाचार