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वर्ली स्पा मर्डर केस : डायरी खोलेगी हत्या का राज! …लाल, ग्रीन और नीले पेन से लिखी गई घटनाओं का रहस्य गहराया

सामना संवाददाता / मुंबई
वर्ली स्पा में हुई हत्या मामले में पुलिस ने एक डायरी बरामद की है। इस डायरी में हत्या से पहले मृतक ने कई राज लिखे थे। मृतक ने अलग-अलग घटनाओं को लाल, ग्रीन और नीले पेन से लिखा था, जिसमें कई लोगों के नाम भी शामिल हैं। अब पुलिस ने इस घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है, साथ ही पुलिस मृतक की २१ वर्षीय प्रेमिका पर भी संदेह जता रही है, जिससे पूछताछ हो सकती है।
वर्ली के ‘सॉफ्ट टच स्पा’ में हिस्ट्रीशीटर गुरु सिद्धप्पा वाघमारे की मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद जब पुलिस ने जांच की तो वह दंग रह गई। सिद्धप्पा वाघमारे ने अपनी जांघ पर २२ लोगों के नाम लिखवाए हुए थे। बताया जाता है कि उसने अपने दुश्मनों के नाम गुदवाए थे। वाघमारे ने जो नाम गुदवाए थे, उनमें से एक नाम वर्ली में ‘सॉफ्ट टच स्पा’ के मालिक संतोष शेरेकर का था। संतोष शेरेकर को वाघमारे की हत्या के लिए हत्यारों को काम पर रखने और उन्हें इस काम के लिए ६ लाख रुपए देने का वादा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वाघमारे के खिलाफ मुंबई के कई थानों में बलात्कार और जबरन वसूली के मामले दर्ज हैं। हालांकि, वह खुद को पुलिस का मुखबिर और आरटीआई एक्टिविस्ट बताता था। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर की जांघ पर लिखे नामों को लेकर जांच शुरू करते हुए कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें स्पा के मालिक के साथ राजस्थान के कोटा के रहने वाले तीन अन्य लोग भी शामिल हैं।
स्पा मालिक को कर रहा था ब्लैकमेल
यह बात भी सामने आई है कि वाघमारे लंबे समय से स्पा मालिक को ब्लैकमेल कर रहा था। इस बात से निराश होकर उसने पिछले दो महीनों में हत्या की योजना बनाई। सूत्रों के अनुसार, वाघमारे को खत्म करने की कई साजिशें नाकाम हो चुकी थीं। १७ जुलाई को यानी वाघमारे के जन्मदिन के दिन ही उसे मारने की योजना थी, लेकिन यह सफल नहीं हुई। २३ जुलाई को जब वाघमारे सायन के एक बार में अपना जन्मदिन मना रहा था तो हत्यारे उसे वहीं खत्म करना चाहते थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला। आखिर इस घटना को हत्यारों ने वर्ली स्पा में अंजाम दिया।

डायरी में लिखे राज
वर्ली पुलिस ने जांच में खुलासा किया है कि उन्हें एक डायरी मिली है जिसमें मृतक ने अपनी रोज की गतिविधियों को लिखा था, डायरी में पुलिस को जानकारी देना, आरटीआई दाखिल करना और जानकारी देकर छापेमारी करवाना शामिल था। इसमें उसने बुरे अनुभवों को दर्ज करने के लिए लाल पेन, सकारात्मक घटनाओं के लिए हरे पेन तो रोजमर्रा की घटनाओं के लिए नीले पेन का इस्तेमाल किया है। इसके साथ ही कुछ लोगों के नाम भी लिखे हैं, जिसके आधार पर पुलिस जांच कर रही है।

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