मनाने आए अधिकारियों पर भड़के, बोले- दोबारा नहीं आना
सामना संवाददाता / लखनऊ
देश भर में इस समय चुनाव की सरगर्मियां जोरों पर हैं और सभी पार्टियों ने चुनाव पर अधिक से अधिक प्रचार करने के लिए जी-जान लगा दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर प्रचार में प्रदेश के विकास की बात कर रहे हैं, लेकिन उनके विकास की पोल खोल दी शाहजहांपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ददरौल विधानसभा के सैदापुर गांव में रहनेवाले ग्रामीणों ने। बताया जाता है कि इस गांव के रहनेवाले ग्रामीणों ने गांव तक सड़क न होने की वजह से अब तक एक भी वोट नहीं डाला। इसी विवाद के चलते गांववालों ने चुनाव का बहिष्कार किया हुआ है। यही नहीं चुनाव अधिकारी जब गांववालों को समझाने के लिए आए तो उन्हें दो टूक जवाब देकर वापस भेज दिया गया और कहा गया कि दोबारा मत आना, हम मतदान नहीं करेंगे।
सूना पड़ा रहा पोलिंग बूथ
रिपोर्ट्स के अनुसार, चौथे चरण की वोटिंग के दौरान सैदापुर गांव में बना पोलिंग बूथ दिनभर सूना पड़ा रहा। बूथ के पीठासीन अधिकारी विनायक मेहरोत्रा ने बताया कि उनके बूथ पर कुल २६६ वोट पड़े हैं, जो कि दूसरे गांव के थे, लेकिन सैदापुर के रहनवाले लोगों ने सुबह से लेकर शाम तक एक भी वोट नहीं डाला। उन्होंने आगे कहा कि ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ के नारे के साथ ग्रामीण वोट नहीं डालने की जिद पर अड़े हैं। वहीं सेक्टर मजिस्ट्रेट संदीप कुमार सिंह ने बताया कि एक भी व्यक्ति वोट डालने नहीं आया। उच्च अधिकारियों को जानकारी दी गई तो वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने।
‘आज तक नहीं सुनी गई हमारी फरियाद’
इस बारे में ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव तक आने के लिए सड़क नहीं है। अगर गांव में आग लग जाए तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी नहीं आ पाएगी, जिसका खामियाजा हमें ही भुगतना पड़ता है। पोलिंग पार्टिंयां भी ३ किलोमीटर पैदल चलकर आई है। बारिश के दिनों में पुलिया भी टूट जाती है। न बच्चों को कहीं भेज सकते हैं, और न ही मार्वेâट तक सब्जियां जा पाती हैं। इसलिए सभी गांववालों ने मतदान नहीं करने का निर्णय लिया है।