मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को लगातार अपना नौवां बजट पेश किया। सीएम योगी ने बजट पर बोलते हुए कहा कि ये बजट युवा, उद्यमी और महिलाओं पर फोकस है। बजट में 92 हजार नौकरी देने का वादा किया गया है। हमारे संविधान के लागू होने के बाद से 75 वर्षों की शानदार यात्रा के बाद यह बजट हमारे अगले 25 वर्षों के लिए रोडमैप बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। हमने संविधान की मूलभूत भावनाओं के अनुसार वंचितों की सहायता करने की थीम के साथ यह बजट तैयार किया है।
सदन में 2025-26 का बजट रखते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाए जाने का लक्ष्य रखा है। सुरेश खन्ना ने 8 लाख 8 हजार 736 करोड़ का बजट पेश किया। बजट में एलान किया गया कि प्रदेश के मेधावी छात्राओं को पात्रता के आधार पर स्कूटी दी जाएगी। युवाओं को ब्याजमुक्त लोन दिया जाएगा। बजट में चार नए एक्सप्रेसवे का भी एलान किया गया है। 58 नगर पालिकाओं को स्मार्ट सिटी बनाने की भी घोषणा हुई है।
वित्त मंत्री ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस हेतु राज्य सरकार द्वारा 10 सेक्टर यथा-कृषि एवं संवर्गीय सेवाएं, अवस्थापना, उद्योग, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिक्षा, पर्यटन, नगर विकास, वित्तीय सेवायें, ऊर्जा, पूंजी निवेश आदि चिन्हित करते हुए सेक्टरवार कार्ययोजना तैयार की गई है। प्रदेश सरकार के संबंधित विभागों द्वारा सेक्टरवार कार्य योजना पर कार्य चल रहा है, जिसकी समीक्षा नियमित रूप से की जा रही है।
सुचारु नीति कार्यान्वयन, व्यापार को आसान बनाने, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस तथा निवेश आकर्षित करने के लिए विकास के कार्य के प्रति समर्पण भाव से प्रदेश के समस्त अंचलों में संतुलित निवेश का समग्र प्रवाह एवं नागरिकों के जीवन उन्नयन के लिए दीर्घकालिक मूल्यों एवं व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा हमारी सरकार राज्य को एक मुख्य निवेश केंद्र तथा देश के ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित करने के अपने मिशन को कार्यान्वित करने हेतु प्रतिबद्ध है। जिस तरह से मुख्यमंत्री द्वारा एक तपोनिष्ठ कर्मयोगी के समान अहर्निश प्रदेश के विकास के लिए कार्य किया गया है, उसके बारे में मैं कहना चाहूंगा। उन्होंने एक शेर पढ़ ‘जिस दिन से चला हूं मेरी मंजिल पर नजर है, आंखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा”।