उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद को कट्टर हिंदूवादी कहते हैं, लेकिन राज्य में हिंदू परिवार सुरक्षित नहीं है। इसका उदाहरण है कुशीनगर में रहने वाला एक हिंदू परिवार, जो पलायन करने पर मजबूर हो गया है। यहां तक कि हिंदूू परिवार ने पलायन का पोस्टर भी लगाया है। शुक्रवार, १ नवंबर २०२४ को लगाए गए इस पोस्टर में पलायन की वजह मुस्लिमों के अत्याचार से तंग होना बताया गया है। पीड़ित का कहना है कि पड़ोसी मुस्लिमों द्वारा उनके घर पर कूड़ा-करकट डाला जाता है। विरोध करने पर उन्हें धमकियां दी जाती हैं। हालांकि, पुलिस इसे नाली का झगड़ा बता रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मामला कुशीनगर के विशुनपुरा थाना क्षेत्र का है। यहां के बांसगांव खास के रहने वाले सच्चिदानंद पांडेय ने शुक्रवार को अपने घर पर पलायन का पोस्टर लगा दिया। इन पोस्टरों में उन्होंने लिखा, `मुस्लिमों के अत्याचार से पीड़ित होकर मैं अपनी सारी सम्पत्ति बेचकर जा रहा हूं।’ ऊपर बड़े-बड़े अक्षरों में पलायन लिखा हुआ है और नीचे कुछ मोबाइल नंबर।
पोस्टर में आगे सच्चिदानंद पूरे परिवार के साथ खड़े दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत द्वारा सच्चिदानंद के घर के सामने से नाली का निर्माण करवाया जा रहा है। नाली के पानी को गिराने के लिए उनकी ही जमीन चिह्नित की गई है। इस जमीन पर वो खेती-बाड़ी का काम करते हैं। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तब उन्हें धमकियां मिलनी शुरू हो गर्इं।
पीड़ित के परिवार को धमकाने का आरोप गांव के प्रधान प्रतिनिधि जैनुद्दीन अंसारी पर लगा है। बकौल सच्चिदानंद, उन्होंने कई बार अपनी तमाम शिकायतें उच्चाधिकारियों को भेजी हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार थक-हार कर सच्चिदानंद ने पूरे परिवार के साथ गांव से पलायन का एलान कर दिया। इस एलान का पोस्टर भी उन्होंने लगवा दिया। पोस्टर वायरल होते ही कुशीनगर के प्रशासनिक अधिकारियों ने फौरन ही इसका संज्ञान लिया। उन्होंने मौके पर जाकर जांच की। कुशीनगर पुलिस ने इसे नाली का विवाद बताया है और दावा किया है कि मामले को सुलझा लिया गया है।