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योगी का मिशन `कायाकल्प’ अधूरा आगरा का भविष्य अंधेरे में! … जिले के ७ परिषदीय स्कूलों में नहीं है बिजली कनेक्शन

– २१ विद्यालयों में चहारदीवारी भी नहीं
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में राज्य के आगरा जिले का भविष्य यानी बच्चों का जीवन अंधेरे में है। दरअसल, शिक्षा के जिन मंदिरों में सुनहरे भविष्य की नींव रखी जाती है। शासन उनका कायाकल्प चाहता है, लेकिन पांच साल बाद भी सात परिषदीय विद्यालयों में बिजली कनेक्शन नहीं हैं। २१ विद्यालयों में चहारदीवारी नहीं हैं। इसके अलावा १,५६५ विद्यालय में छात्र-छात्राओं के लिए फर्नीचर तक उपलब्ध नहीं है। ऐसे में मिशन `कायाकल्प’ अधूरा पड़ा है। ऐसा खुलासा मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) की रिपोर्ट से हुआ है।
मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी को भेजी गई इस रिपोर्ट में मिशन कायाकल्प के तहत अधूरे पड़े कार्यों का जिक्र है। जिले में २,४९२ परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें १६ से १९ बिंदुओं पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए २०१९ में मिशन `कायाकल्प’ शुरू हुआ था। इसमें विद्यालयों में रंगाई-पुताई, छात्र व छात्राओं के लिए अलग शौचालय, पेयजल, ब्लैक बोर्ड, दीवार, छत, छज्जों की मरम्मत, विद्युतीकरण, चहारदीवारी, रसोई, दिव्यांग बच्चों के लिए रैंप व रेलिंग आदि शामिल हैं। इन कार्यों को तीन चरणों में पूर्ण कराना था। पांच साल बाद भी विद्यालयों में बिजली कनेक्शन, चहारदीवारी व फर्नीचर उपलब्ध नहीं हो सका। इस मामले में मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने बताया कि मिशन कायाकल्प के तहत परिषदीय विद्यालयों में जिन सुविधाओं की कमी है, उन्हें जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। नए साल में सभी कार्य पूर्ण हो जाएंगे।

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